
बुध ग्रह: जीवन पर गहरा असर डालने वाले नियम, जानें रूल 16, 17 और 18 क्या कहता है
वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, गणना, संचार और व्यापार का कारक माना जाता है। यह ग्रह जहाँ और जिस भाव में स्थित होता है, वहाँ अपनी विशेष छाप छोड़ता है। जन्मकुंडली में बुध की स्थिति व्यक्ति की लेखन क्षमता, आर्थिक समझ, शिक्षा, सौदेबाजी की कला और यहां तक कि उसके जीवन की दिशा को प्रभावित करती है।

बुध की चाल से बदल सकता है आपका भाग्य! जानिए कैसे करें कुंडली में विश्लेषण, रूल नंबर 13, 14 और 15 पर चर्चा
बुध ग्रह पर बातचीत करते-करते हम अब तक उन अवलोकनों और नियमों तक पहुँच चुके हैं, जो बुध के आधार पर की जाने वाली भविष्यवाणियों को बेहद सटीक और प्रभावी बनाते हैं। अब तक हम 12 अवलोकन विस्तार से देख चुके हैं। आज हम रूल नंबर 13, 14 और 15 पर चर्चा करेंगे

15 अगस्त 2025: भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस – गर्व, संकल्प और नवचेतना का उत्सव
आज, 15 अगस्त 2025 को भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है — एक ऐसा दिन जो देश की गौरवशाली विरासत, संघर्ष और संकल्प का प्रतीक है। 1947 में इसी दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से आज़ादी प्राप्त की थी, और तब से यह दिन हर साल पूरे देश में उत्साह, श्रद्धा और देशभक्ति के साथ मनाया जाता है।

ज्योतिष के तीन खास नियम: बुध, बृहस्पति और सूर्य की स्थिति से जीवन के राज़
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति, डिग्री और आपसी संबंध व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। बुध, बृहस्पति और सूर्य से जुड़े विशेष योग न केवल जातक के करियर और विद्वता को दर्शाते हैं, बल्कि उसके स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति के बारे में भी महत्वपूर्ण संकेत देते हैं।

सफलता और समृद्धि के लिए अपनाएं सही रंग: जानें किस राशि के लिए कौन सा रंग है शुभ
ज्योतिष शास्त्र में हर राशि का एक स्वामी ग्रह होता है और हर ग्रह का एक विशेष रंग। इन रंगों को अपने जीवन में शामिल करके आप अपने ग्रह को मजबूत कर सकते हैं और जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता पा सकते हैं। कुंडली के ग्रह, राशि के आधार पर शुभ रंग का इस्तेमाल करना बहुत लाभ देता है।

नरसिंह को शांत करने आए शिव! सृष्टि की रक्षा के लिए लिया शरभ रूप
सावन का महीना इस वर्ष 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगा, और इसका अंतिम दिन श्रावण पूर्णिमा व रक्षाबंधन के पर्व के साथ मनाया जाएगा। सनातन धर्म में सावन पूर्णिमा के दिन को शिव पूजन के लिए काफी खास माना जाता है।

नंद के आनंद भयो 2025: आधी रात की भक्ति, कथा और कृष्ण की झलक
कृष्ण जन्माष्टमी भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का पर्व है। उनका जन्म मथुरा के कारागार में हुआ था, जब चारों ओर अंधकार और अत्याचार फैला हुआ था। यह दिन अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है

‘मूलांक’ और ‘भाग्यांक’ से जानें अपनी किस्मत: क्या प्रधानमंत्री मोदी की तरह आप भी हैं भाग्यशाली?
अंक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मूलांक और भाग्यांक दो ऐसे रहस्यमयी अंक हैं जो आपके व्यक्तित्व, भविष्य और भाग्य से गहराई से जुड़े होते हैं। लेकिन अक्सर लोग इन दोनों को एक ही समझ बैठते हैं। आइए जानें कि ये दोनों कैसे अलग हैं और इन्हें कैसे आसानी से निकाला जा सकता है।